देने को कुछ भी नहीं Dene ko kuchh bhī nahīanदेने को कुछ भी नहीं Dene ko kuchh bhī nahīan
देने को कुछ भी नहीं मेरा तो है कुछ नहीं आया हूँ लेकर खाली हाथ, देता हूँ खुद को मैं आज करूँ: में आराधना, आराधना 1.सब कुछ तो तेरा ही
देने को कुछ भी नहीं मेरा तो है कुछ नहीं आया हूँ लेकर खाली हाथ, देता हूँ खुद को मैं आज करूँ: में आराधना, आराधना 1.सब कुछ तो तेरा ही
देखो खुदाने पापी से, कैसे किया है प्यार भेजा था पुत्र मसीह को, कृशपर देने को जान। 1.प्रेम का गहरा सागर और दया है अपार सारे पाप क्षमा कर, देता
दौड़ मैं तो सभी दौड़ते है ……..2. ईनाम एक ले जाता है…….2. 1.तुम ऐसा दौड़ो, ईनाम जीत लो….2. ईनाम एक ले जाता है….2. 2.जो पढेगा वो दौड़ेगा …..2., इनाम एक