कौन बचायेगा, मुझको छुड़ायेगा Kaun Bachayegaकौन बचायेगा, मुझको छुड़ायेगा Kaun Bachayega
कौन बचायेगा, मुझको छुड़ायेगा – 2 यीशु आ गया, सुनकर मेरी पुकार मारा फिरा हूँ, घायल पड़ा हूँ, दुनिया में यीशु मैं गिर पड़ा हूँ – 2 मुझको उठाने आप
कौन बचायेगा, मुझको छुड़ायेगा – 2 यीशु आ गया, सुनकर मेरी पुकार मारा फिरा हूँ, घायल पड़ा हूँ, दुनिया में यीशु मैं गिर पड़ा हूँ – 2 मुझको उठाने आप
क्या फूल चढ़ाऊ मै प्रभु के चरणों मैं कंहा कैसे क्या उपहार दू ये समझ ना पाऊ मुझे बता दे प्यारे प्रभु क्या पसंद है मेरे प्रभु उसे तोड़ लाऊ
क्या दे सकता हू, क्या ला सकता हू कहता तुझे बस शुक्रिया क्या दे सकता हू, क्या ला सकता हू कहता तुझे बस शुक्रिया तुज़मे ही मेरी सुबह, तुझमे ही