लहू के बगै़र न शिफा न नज़ात है Lahū ke bagai़r na shifā na najāt haiलहू के बगै़र न शिफा न नज़ात है Lahū ke bagai़r na shifā na najāt hai
लहू के बगै़र न शिफा न नज़ात है….2. तौबा के साथ ये मुफ़्त सौगात है….2. 1.इक तू ही बचे न बचेगा कुल घराना लहू की कुदरत को तूने न पहचाना